Publicado el en “, Estilo de vida”, Idioma — English. 43 páginas.
चिंता अर्थात अग्नि जो निरंतर जलती रहती है| चिंता वाले के यहाँ लक्ष्मी नहीं टिकती| जगत कौन चलाता हैं, समझ में आ जाए तभी चिंता जाएगी। दादाश्री के जीवन का एक उदाहरण है, जब उन्हें व्यापार में घाटा हुआ, तो वे किस तरह चिंता मुक्त हुए जानने के लिए पढ़े Más
चिंता अर्थात अग्नि जो निरंतर जलती रहती है| चिंता वाले के यहाँ लक्ष्मी नहीं टिकती| जगत कौन चलाता हैं, समझ में आ जाए तभी चिंता जाएगी। दादाश्री के जीवन का एक उदाहरण है, जब उन्हें व्यापार में घाटा हुआ, तो वे किस तरह चिंता मुक्त हुए जानने के लिए पढ़े Más