Mummatiya by Dharmendra Rajmangal Mummatiya by Dharmendra Rajmangal Cliquez pour lire
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Mummatiya by Dharmendra Rajmangal

Mummatiya by Dharmendra Rajmangal

Publié sur dans “Littéraire, Littéraire”, langue – Hindi. 77 pages.
मम्मटिया उपन्यास एक ऐसी स्त्री की कहानी है जो अपने जीवन में आयी तमाम मुश्किलों को झेलते हुये आगे चलती चली जाती है। एक अकेली स्त्री और सामने खडी पहाड सी मुश्किलें। साथ में अगर वो विधवा हो तो उसके लिये जिन्दगी और ज्यादा कठिन हो जाती है। एक महिला कमला जो आगे बढकर अपने आप और अपने बच्चों को सुखी देखना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ उसे दुख देकर पीछे धकेलने वाले लोग लगातार उसको हानि पहुंचाये जाते है। लेकिन वो स़्त्री इतनी जल्दी हार मानना नही चाहती । वो पहले ही अपनी जिन्दगी में बहुत कुछ खो चुकी है। अब उसे मु Plus
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